वन्यजीवों को कोरोना से बचाने के लिए दुधवा प्रशासन तैयार, रैपिड एक्शन फोर्स का किया गया गठन

दुधवा टाइगर रिजर्व के वन्यजीवों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स का गठन किया गया है। यह फोर्स वन्यजीव प्रतिपालकों के नेतृत्व में काम करेगा। फोर्स यह देखेगा कि वन्यजीवों की निगरानी में लगा फील्ड स्टाफ सुरक्षा उपायों का पालन कर रहा है या नहीं। 


इसके अलावा फोर्स इसपर भी नजर रखेगा कि कैमरे ठीक से काम कर रहे हैं और उनकी वीडियो क्लिप समय-समय पर संग्रहीत की जा रही है या नहीं। अमेरिका के ब्रांक्स जू में एक बाघिन के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) की एडवाइजरी जारी होने के बाद दुधवा में तत्काल प्रभाव से डीटीआर के प्रभारी एफडी एच मोहन राजा के नेतृत्व में एक टॉस्क फोर्स का गठन किया गया था। 

बुधवार को दुधवा नेशनल पार्क के डीडी मनोज सोनकर ने टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघों और तेंदुओं की निगरानी के लिए रैपिड एक्शन फोर्स का गठन किया। यहां करीब 80 कैमरे लगाए गए हैं, जिन्हें वीडियो मोड पर किया गया है। हर दिन इन कैमरों के वीडियो अपलोड किए जाएंगे। 

टाइगर मूवमेंट वाले हर स्थानों पर भी कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरों के वीडियो में कोविड-19 के संदिग्ध बाघ, तेंदुओ के नोजल डिस्चार्ज के नमूने संग्रहीत कर जांच के लिए आईवीआरआई बरेली भेजने का निर्णय लिया गया है।

इन सब कार्यों की निगरानी के लिए वन्यजीव प्रतिपालक एसके अमरेश और तौफीक अहमद के नेतृत्व में रैपिड एक्शन फोर्स का भी गठन किया गया है। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए जंगल में काम कर रहे रेंज स्तर के अधिकारियों से लेकर फील्ड स्टाफ और वॉचर मास्क पहनने के अलावा सामाजिक दूरी का पालन कर रहे हैं या नहीं के साथ ही अन्य सुरक्षा उपायों का पालन संबंधी निगरानी भी यह फोर्स करेगी।